सारनी के मोक्ष धाम में व्यवस्था में सुधार को लेकर कुनबी समाज संगठन ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी के नाम सौपा ज्ञापन
सारनी। (ताप्ती अमृत) नगर पालिका परिषद सारनी क्षेत्र का मोक्षधाम घाट आज बदहाली और अव्यवस्था का जीता–जागता उदाहरण बन गया है। यहां अंतिम संस्कार हेतु आने वाले शोकाकुल परिजनों को असुविधा और अव्यवस्थित माहौल का सामना करना पड़ता है। क्षत्रिय लोणारी कुनबी समाज संगठन ने इस स्थिति को गंभीर मानते हुए नगर पालिका सारनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। संगठन ने व्यवस्था में सुधार कार्य की मांग की गयी।
समाज की बैठक में उठा ज्वलंत मुद्दा
1 सितम्बर को शिवाजी प्रांगण में आयोजित समाज की बैठक में संगठन विस्तार और समाज हित से जुड़े कई विषयों पर चर्चा हुई। इस दौरान सबसे प्रमुख मुद्दा नगर के मोक्षधाम की दुर्दशा रहा।
संगठन के अध्यक्ष विजय पड़लक ने कहा कि अंतिम संस्कार स्थल ऐसा स्थान है जहां हर नागरिक को एक दिन आना पड़ता है, किंतु वहां की व्यवस्था देखकर शर्मिंदगी महसूस होती है। छत जर्जर होकर टपक रही है, शवदाह के लिए केवल एक ही स्थान है, लकड़ी की कमी बनी रहती है और साफ–सफाई नाममात्र की है। बारिश हो या धूप शोकाकुल परिजनों को कोई सुविधा उपलब्ध नहीं होती।
करोड़ों खर्च सौंदर्यीकरण पर, मोक्षधाम उपेक्षित
संगठन पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि नगर पालिका परिषद करोड़ों रुपये खर्च कर शहर के चौक–चौराहों और गलियों का सौंदर्यीकरण कर रही है, लेकिन मोक्षधाम जैसे पवित्र और जरूरी स्थान की अनदेखी हो रही है।
गौरतलब है कि कई बार श्मशान घाट पर एक ही समय पर दो से अधिक शव आ जाते हैं, लेकिन सीमित स्थान के कारण संस्कार में भारी परेशानी होती है। लकड़ी की आपूर्ति के लिए कोई व्यवस्थित व्यवस्था नहीं है। वहीं प्रकाश व्यवस्था, पानी और नियमित सफाई की कमी से वहां का वातावरण और भी असुविधाजनक हो जाता है।
संगठन ने रखी यह प्रमुख मांगें
संगठन द्वारा सीएमओ को सौंपे जाने वाले ज्ञापन में कुछ प्रमुख बिंदु शामिल किए गए है।
अधिक शवदाह स्थलों का निर्माण ताकि एक साथ कई संस्कार हो सकें
जर्जर छत की मरम्मत और नई छत का निर्माण, जिससे बरसात और धूप से परिजन सुरक्षित रह सकें।
लकड़ी स्टोर रूम का निर्माण और पारदर्शी वितरण प्रणाली—बीपीएल परिवारों को निःशुल्क और अन्य लोगों को निर्धारित रेट पर लकड़ी उपलब्ध कराई जाए।
साफ–सफाई, प्रकाश और पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए।
छायादार स्थान का निर्माण जहां शव को संस्कार से पहले रखा जा सके।
मोक्ष धाम में व्यवस्था न होने पर होगा आंदोलन
संगठन ने स्पष्ट किया है कि यह केवल समाज का नहीं, बल्कि पूरे नगर का मुद्दा है। यदि नगर पालिका प्रशासन ने शीघ्र सुधार कार्य प्रारंभ नहीं किया, तो समाज संगठन नगरवासियों के साथ मिलकर बड़ा आंदोलन खड़ा करेगा।
संगठन का कहना है कि जिस नगर में करोड़ों रुपये सौंदर्यीकरण पर खर्च किए जा रहे हैं, वहां मोक्षधाम की बदहाली अस्वीकार्य है। यह नगर पालिका की संवेदनहीनता और उदासीनता को दर्शाता है।