विकासखंड स्तरीय अल्पविराम कार्यशाला का जनपद पंचायत सभा कक्ष प्रभातपट्टन हुआ आयोजन

विकासखंड स्तरीय अल्पविराम कार्यशाला का जनपद पंचायत सभा कक्ष प्रभातपट्टन  हुआ आयोजन

 



तनाव से मुक्ति हेतु लीजिए एक अल्पविराम डॉ गुंजेले


 

मुलताई।( ताप्ती अमृत )राज्य आनंद संस्थान,आनंद विभाग मध्यप्रदेश शासन भोपाल के निर्देशानुसार, मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद बैतूल के समन्वय से जिले के विकासखंड प्रभातपट्टन  में जनपद पंचायत सभागार मे एक दिवसीय अल्पविराम कार्यशाला का आयोजन किया गया।कार्यशाला में मुख्य अतिथि नायाब तहसीलदार राजेश दुबे  बी आर सी शंकरलाल खपरिये  मास्टर ट्रेनर्स डॉ महेश गुंजेले,  दिलीप गीद  सुश्री तूलिका पचौरी एवं मंचासीन अतिथियों द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ मां भारती की प्रतिमा के समक्ष दीप  प्रज्वलन के साथ किया गया। इसके पश्चात सभी अतिथियों का स्वागत किया गया।

 विकास खण्‍ड समन्‍वयक राधा बरोदे द्वारा मंचासीन अतिथियों का परिचय कराते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा रखी

प्रथम सत्र में  डॉ महेश गूँजेले  द्वारा उपस्थित प्रतिभागियों का विस्तार से परिचय लिया गया।

इसके पश्चात नायाब तहसीलदार राजेश दुबे  द्वारा अल्पविराम कार्यक्रम व उससे मिलने वाले आनंददायक अनुभव सांझा किये व सभी को शुभकामनाएं दी

द्वितीय सत्र में मास्टर ट्रेनर तूलिका पचौरी  द्वारा आनंद संस्थान की गतिविधियों से अवगत कराते हुए। छोटी छोटी गतिविधियां कराई गई जिसमें स्वयं का आंकलन करने वाले कुछ प्रश्न पूछे गए जिसके उपस्थित लोगों ने जवाब देकर  खुशनुमा माहौल बनाया । एवं जीवन का लेखा-जोखा बताते हुए सभी प्रतिभागियों को बताया कि हम अपने जीवन रूपी कंपनी के सी ईओ हैं। हमें अपनी खुशियों की चाबी दूसरे के हाथ में नहीं देना है। मदद और दुख के भावों को चार प्रश्नों के आधार पर बताते हुए अपने व प्रतिभागियों के अनुभवों के आधार पर निष्कर्ष निकाला कि खुशहाल व संतुलित जीवन के लिए कृतज्ञता और माफी का महत्व क्या है।यह बताया गया।

तृतीय सत्र में मास्टर ट्रेनर दिलीप गीध द्वारा वीडियो एवं जानकारी देकर तनाव मुक्त रहने के सरल तरीके एवं उपाय बताएं।अल्पविराम विराम के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा खुद से खुद की मुलाकात, खुद से खुद का संपर्क, खुद से खुद की बात ही अल्पविराम है। अल्पविराम के माध्यम से ही हम अपने जीवन को संतुलित कर सकते हैं, तनाव मुक्त कर सकते हैं, जीवन में आ रहे आवेगों और उद्वेगों पर नियंत्रण करते हुए अपनी आत्मा की आवाज सुन सकते हैं और संपूर्ण पवित्रता, ईमानदारी व सच्चाई के मार्ग पर चल सकते हैं।आनंद क्या है? आनंद कब-कब बढ़ता है? आनंद कब -कब घटता है? आदि पर सविस्तार चर्चा करते हुए कहा प्रतिस्पर्धा के इस युग में आम आदमी का आनंद कहीं खो गया है।उस खोए हुए आनंद को जीवन प्रबंधन के द्वारा पुनः लाया जा सकता है ।विश्वास और आनंद की लौ से व्यक्ति अपने जीवन को प्रकाशित कर सकता है। कार्यक्रम के माध्यम से आनंद कैसे प्राप्त  करें? जीवन प्रबंधन के बारे में परिचय कराया एवं मानसिक तनाव को दूर करने के बारे में बताया गया।

 भोजन अवकाश में सभी प्रतिभागियों द्वारा स्वादिष्ट भोजन का आनंद लिया गया।अंतिम सत्र में   मास्टर ट्रेनर तूलिका पचौरी  द्वारा  संगीतमय गतिविधि कराई गई जिसको सभी प्रतिभगियों ने आनंद के साथ किया।

कार्यक्रम समापन के अवसर पर विकासखंड समन्वयक राधा बरोदे द्वारा सभी अतिथियों व प्रतिभागियों के आभार व्यक्त किया गया।

अंत मे विकासखंड समन्वयक द्वारा मटक फोड़ प्रतियोगिता रखी गई जिसमें सभी प्रतिभागियों ने आनंद के साथ भाग लिया।मटकी फोड़ प्रतियोगिता जितने वाली प्रतिभगी स्वास्थ्य विभाग  से  ए एन एम  मधुलिका  को विकासखंड समन्वयक राधा बरोदे द्वारा 151 रुपये का पुरस्कार दिया गया।

कार्यशाला में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग,स्वास्थ्य विभाग,महिला एवं बाल विकास विभाग,पुलिस विभाग,आयुष विभाग,विद्युत विभाग,आयुष विभाग, विभाग,कृषि विभाग,राजस्व विभाग के अधिकारी कर्मचारीयों ने सहभागिता की।उक्त कार्यशाला में 62 प्रतिभागियों की उपस्थिति  रही।

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