भोपाल में छात्र उदित गायकी की निर्मम हत्या पर फूटा जनाक्रोश क्षत्रिय लोणारी कुनबी समाज संगठन सारनी ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
दोषी पुलिसकर्मियों पर धारा 302 में कार्रवाई और परिवार को न्याय की माँग
वर्दी के नाम पर अन्याय नहीं चलेगा जनता का एकजुट स्वर
सारनी।( ताप्ती अमृत)भोपाल में पुलिसकर्मियों द्वारा छात्र उदित गायकी की निर्मम पिटाई से हुई मृत्यु ने पूरे मध्यप्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। यह मामला अब केवल राजधानी तक सीमित नहीं रहा, बल्कि पूरे प्रदेश में पुलिस बर्बरता के खिलाफ आक्रोश की लहर दौड़ पड़ी है।
इसी क्रम में क्षत्रिय लोणारी कुनबी समाज संगठन, सारनी ने सोमवार को अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस), सारनी क्षेत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन के नाम एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की माँग की गई है।
"रक्षक ही बने भक्षक" — जनता का सवाल, न्याय कब तक टलेगा?
ज्ञापन में कहा गया है कि राजधानी भोपाल में पुलिस के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों ने 10,000 रुपये की रिश्वत न मिलने पर उदित गायकी जैसे होनहार इंजीनियर छात्र को इतनी बेरहमी से पीटा कि उसके पैंक्रियाज फट गए, जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
संगठन ने इसे “मानवता पर कलंक” बताते हुए कहा कि यह घटना केवल एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि पूरे समाज की सुरक्षा और अस्मिता पर प्रश्नचिह्न है।
ज्ञापन में स्पष्ट कहा गया है कि “जहाँ पुलिस को जनता की रक्षा करनी चाहिए, वहीं कुछ अधिकारी रक्षक से भक्षक बन बैठे हैं। यह केवल एक परिवार का दर्द नहीं, बल्कि हर नागरिक का अपमान है।”
मुख्यमंत्री से चार प्रमुख माँगें — दोषियों पर हत्या का मामला दर्ज हो
संगठन ने मुख्यमंत्री श्री मोहान यादव से आग्रह किया है कि इस प्रकरण में निम्न चार बिंदुओं पर तुरंत कार्यवाही की जाए :
1 दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल सेवा से बर्खास्त किया जाए।
2 धारा 302 (हत्या) के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई हो।
3 मामले की निष्पक्ष जांच उच्च स्तरीय समिति से कराई जाए।
4 मृतक उदित गायकी के परिजनों को उचित आर्थिक सहायता और न्याय प्रदान किया जाए।
ज्ञापन पर संगठन के अध्यक्ष विजय पड़लक, आर. आर. खाड़े, तथा राजेश देशमुख के हस्ताक्षर हैं।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में समाज के सदस्य उपस्थित थे जिन्होंने नारे लगाए —
न्याय दो – न्याय दो!
वर्दी का दुरुपयोग बंद करो!
उदित को इंसाफ दो!”
"न्याय से कोई ऊपर नहीं" — संगठन ने दी चेतावनी
संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि अब समाज अन्याय के खिलाफ एकजुट होकर आवाज बुलंद करेगा।
उन्होंने कहा —
चाहे अपराधी वर्दी में हो या कुर्सी पर, न्याय से कोई ऊपर नहीं।
वर्दी के नाम पर अत्याचार अब नहीं सहा जाएगा।”
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं होती, तो समाज स्तर पर राज्यव्यापी आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
संगठन ने मुख्यमंत्री से अपील की कि इस प्रकरण में “न्यायप्रियता और संवेदनशीलता” का उदाहरण पेश कर जनता का विश्वास पुनः स्थापित किया जाए।
प्रतिलिपि भेजी गई उच्च अधिकारियों को —
ज्ञापन की प्रतिलिपि गृह मंत्री, पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिरीक्षक (होशंगाबाद रेंज), पुलिस अधीक्षक बैतूल, जिला कलेक्टर बैतूल, थाना प्रभारी सारनी सहित स्थानीय मीडिया प्रतिनिधियों को भी सौंपी गई है ताकि यह विषय सार्वजनिक विमर्श में आए और सरकार पर त्वरित न्याय की नैतिक जिम्मेदारी बने।
हमारी एकता ही हमारी पहचान है — न्याय के लिए समाज एकजुट है”
अंत में ज्ञापन के माध्यम से संगठन ने कहा —
हमारा समाज किसी जाति या वर्ग के विरुद्ध नहीं, बल्कि अन्याय और भ्रष्टाचार के विरुद्ध है।
अगर आज हम चुप रहे, तो कल हर घर में एक ‘उदित’ की कहानी दोहराई जाएगी।
इसलिए हम एकजुट हैं, न्याय तक संघर्ष जारी रहेगा।”
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित नागरिकों ने "जय भवानी – जय शिवाजी" के नारे लगाकर न्याय की इस लड़ाई को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
