शताब्दी वर्ष पर निकला पथ संचालन जगह-जगह फूलों की वर्षा
झल्लार: (विकास सोनी)- स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष में मंडल झल्लार के स्वयंसेवकों ने कदमताल करते हुए कदम से कदम मिलाकर संचलन निकाला।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। सन् 1925 में नागपुर की पावन धरा पर परम पूजनीय डॉक्टर केशव राम बलिराम हेडगेवार द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी। उसे समय से संघ आज तक एक विश्व के सबसे बड़े संगठन के रूप मैं कार्य कर रहा है। आज हिंदू संस्कृति को पवन कर रहा है। हिंदू संस्कृति को बचा रहा है।विश्व के सबसे बड़े संगठन होने के साथ-साथ हिंदू गतिविधियों पर विशेष नजर कार्य कर रहा है। कहीं पर भी आपत्ति काल में यदि कोई संगठन सबसे पहले किसी भी जगह पर पहुंचता है। तो वह है।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं द्वारा आज झल्लार मंडल के कार्यकर्ताओं द्वारा पथ संचलन निकाला गया। संचलन ग्राम के संपूर्ण गली चौक चौराहे होते हुए निकल गया। ग्राम के संपूर्ण माता बहनों,व्यापारियों दुकानदारों द्वारा बाहर निकल कर पथ संचलन का अभिनंदन अभिवादन फूलों की वर्षा करी। पथ संचलन के आयोजन के स्वरूप जिले से पधारे मुख्य वक्ता के रूप में आशुतोष चौहान विभाग समरसता संयोजक, खेमराज डदोरे,जिला सह संघ सुभाष करते विशेष अतिथि उपस्थित रहे। भारत को गौरवशाली इतिहास अवनति के कारण संघ की स्थापना की पृष्ठभूमि वह संघ की स्थापना एवं संघ के वर्तमान स्वरूप को बताते हुए। मुख्य वक्ता आशुतोष सिंह चौहान द्वारा त्रेता में युग में मित्रों की शक्ति द्वापर में के युग में युद्ध की शक्ति सतयुग में ज्ञान की शक्ति के रूप में प्रतिष्ठित और कलयुग में संगठन ही शक्ति है। उपस्थित स्वयंसेवक को संबोधित करते हुए। कहां की संघ को हमें व्यापी स्पर्शी बनाना है।हम सभी को मिलकर भूमि का सुनिश्चित करनी हो होगी शीघ्र ही भारत माता परम वैभव को प्राप्त करेगी। कार्यक्रम के दौरान झल्लार मंडल के समक्ष स्वयंसेवक ग्रामीण उपस्थित रहे।

